30 सितम्बर, 2008
हाथी के दांत दिखाने के ओर-खाने के ओर !
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और भूतपूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवानी का कहना है कि यदि भाजपा को केन्द्र में सत्ता प्राप्त होगी तो अल्पसंख्यकों को सुरक्षा दिलाई जायेगी। इस ही तरह उन्होंने कहा कि सत्ता में आये तो उत्तर पूर्व राज्यों की तरफ भी ज्यादा ध्यान देगें।
आडवानी जी का कहने का तात्पर्य साफ है। केन्द्र में सत्ता में आयेगें तो ही अल्पसंख्यकों की सुरक्षा हेतु "मगर के आंसू जरूर बहायेगें !" लेकिन भारतीय जनता पार्टी शासित प्रदेशों एवं भाजपा समर्थित शासित प्रदेशों में वर्तमान में बजरंगियों द्वारा बरसाये जा रहे कहर पर एक शब्द भी वे न तो बोलेगें। न ही कुछ करेगें।
भाजपा समर्थित बीजू पटनायक सरकार शासित उडीसा में ईसाइयों के पांच हजार से ज्यादा घर जला दिये गये। साढे चार सौ गांवों को नेस्तनाबूद कर दिया गया है। 40 से ज्यादा गरीब ईसाइयों का कत्लेआम हो चुका है। कंदमाल जिले में बजरंगियों और विश्व हिन्दू परिषद ने आदिवासियों और अनुसूचित जाति के गरीब ईसाइयों को 30 सितम्बर, 2008 तक जंगलों से वापस गांवों में आकर हिन्दू धर्म ग्रहण करने का फतवा जारी किया है। लेकिन इन फिदरतियों के खिलाफ आडवानी एण्ड पार्टी कुछ भी नहीं बोलेंगे और कुछ भी नहीं करेगें। भाजपा समर्थित कर्नाटक, उडीसा और उत्तराखण्ड सरकारों को ईसाइयों पर हो रहे वीहिप एवं बजरंगियों के हमलों को रोकने के लिये भी नहीं कहेगें। वैसे कहने को अल्पसंख्यकों के प्रति उनका रवैया नरम है। कहावत सही है कि हाथी के दांत दिखाने के ओर-खाने के ओर ! क्यों ? सही है न आडवानी जी !
बेलगाम टीम
