भाजपाई जैनियों की आक्रोश जताने की नौटंकी !
बांसवाडा में दिगंम्बर जैन समाज की रथयात्रा से लौटते समय आचार्य रयणसागर महाराज के पदयात्रा मार्ग पर अशुद्ध पदार्थ फैंकने और जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन द्वारा मामले में लीपापोती करने व जैन समाज के सदस्यों पर मुकदमें बनाने के खिलाफ पूरे प्रदेश में समस्त जैन समुदाय में गहरा आक्रोश है। जयपुर में इस गंभीर मुददे पर, लीपापोती करने के लिये, बडी चौपड पर दो घण्टे का धरना लगाया गया। धरने की बागडोर भाजपाई जैनियों के हाथ में रही और वे इस प्रकरण में आक्रोशित जैन समाज के गुस्से को लीपापोती कर शान्त करते नजर आये। ये वो ही भाजपाई जैनी हैं जिन्होंने ऋषभदेव प्रकरण में पूरे क्षेत्र में जैन समाज के लोगों पर हमला करने, सम्पत्ति का नुकसान करने के खिलाफ जैन समाज की नाराजगी का फायदा उठाकर जैन समाज का अगडा बनकर मुख्यमंत्री और उनकी भजन मण्डली से नजदीकियां बनाने की कोशिश की ! जैन समाज को अल्पसंख्यक घोषित करने के मामले में भी भाजपा के पक्ष में लीपापोती करो-पानी फेरो अभियान चलाया। साबुन बनाना-बेचना एक बात है और समाज के लिये संघर्ष करना दूसरी बात है। ऐसे लोगों से हमें एक ही बात कहनी है "चाहे घुस जाओ भाजपा की झोली में ! पर भाजपाई जैनी बन कर जैन समाज को नुकसान मत पहुंचाओ !"
