समस्या के समाधान का सर्वश्रेष्ठ उपाय यही है !समस्या की श्रृखला में एक नई समस्या जोड़ दो !जनता का ध्यान पुरानी समस्या से हटा उस ओर मोड दो !जो यथार्थ का प्रतिबिंब दे उस शीशे को फोड़ दो !आचार्य महाप्रज्ञ

कुछ सारहीन बेगारों को, श्रमदान नहीं कहते ! बंजर भूमि देने को, भूदान नहीं कहते ! कुछ जोड़-तोड़ करने को, निर्माण नहीं कहते ! उठ-उठ कर गिर पड़ने को, उत्थान नहीं कहते ! दो-चार कदम चलने को, अभियान नहीं कहते ! सागर में तिरते तिनके को, जलयान नहीं कहते ! हर पढ़-लिख जाने वाले को, विद्धान नहीं कहते ! एक नजर मिल जाने को, पहचान नहीं कहते ! चिकनी-चुपडी बातों को, गुणगान नहीं कहते ! मंदिर में हर पत्थर को, भगवान नहीं कहते। --मुनि तरूणसागर
समाज तो सामायिक है,क्षणभंगुर है !रोज बदलता रहता है,आज कुछ-कल कुछ !भीड भेड है!

सदगुरू, तुम्हें भीड से मुक्त कराता है !सदगुरू, तुम्हें समाज से पार लेजाता है !सदगुरु तुम्हें शाश्वत के साथ जोड़ता है !
--रजनीश

1/8/2008

भारतीय जनता पार्टी की दादागिरी

लोकसभा में भाजपाई सांसदों द्वारा नोटों की गडियां लहराने से सम्बन्धित प्रकरण की जांच लोकसभा अध्यक्ष द्वारा मनोनीत जांच कमेटी ने शुरू कर दी है। टेलीवीजन चैनल सीएनएन आईबीएन ने इस पूरे प्रकरण से सम्बन्धित स्टिंग आपरेशन की एक सीडी लोकसभा अध्यक्ष को दी है। जिसे जांच कमेटी 4 अगस्त को देखेगी। इस कमेटी में भारतीय जनता पार्टी के विजय कुमार मलहोत्रा भी सदस्य हैं।
मामले की संसदीय कमेटी द्वारा की जा रही जांच से भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व बुरी तरह घबराया हुआ है और सारे प्रोटोकाल, नियम, कानून ताक में रख कर टीवी चैनल पर दबाव डाल रहा है कि वह स्टिंग आपरेशन को सार्वजनिक करे अन्यथा भाजपा चैनल का बहिष्कार करेगी। जब लोकसभा अध्यक्ष द्वारा नियुक्त संसदीय जांच समिति, जिसमें भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ सांसद विजय कुमार मल्होत्रा भी सदस्य हैं, जांच शुरू कर चुकी है और जांच की कार्यवाही प्रगति पर है ऐसी स्थिति में भारतीय जनता पार्टी द्वारा सीएनएन आईबीएन पर स्टिंग आपरेशन की सीडी सार्वजनिक करने हेतु दबाव बनाना लोकसभा विशेषाधिकारों के हनन के साथ-साथ प्रेस की स्वतन्त्रता पर भी हमला है। हमें तरूण तेजपाल और उनके साथियों और तहलका को नहीं भूलना चाहिये। अब सीएनएन आईबीएन तो भाजपा के चक्कर में आनेवाला नहीं। इससे पहिले इण्डियन एक्सप्रेस भी तहलका काण्ड से सबक लेकर भाजपाईयों के चक्कर में नहीं आया था। भाजपा का तो अब राम मालिक है।

हीराचंद
जैन
outmail9414279658@yahoo.co.in