28/8/2008
जनता तैयार है भाजपा की विदाई के लिये !
राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की हालत पतली है। भाजपानीत श्रीमती वसुन्धरा राजे सरकार का लगभग सारा मंत्रीमण्डल जनता के आक्रोश की चपेट में है। कम से कम बीस मंत्रियों के जीतने की तो गुंजाइश ही नहीं है। वहीं अस्सी से ज्यादा भाजपा विधायकों से क्षेत्र की जनता सख्त नाराज है और इन मंत्रियों और विधायकों को सबक सिखाने के लिये आमादा है। भाजपा के गढ जयपुर शहर को ही लें ! शहर की जनता दूषित पेयजल, सफाई के बद से बदतर हालात, अतिक्रमणों, नगर निगम, शिक्षा विभाग सहित अन्य विभागों में भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी और अफसरों-कर्मचारियों द्वारा जनता से दुव्र्यवहार के कारण सख्त नाराज है। आक्रोशित जनता मौन है और वक्त का इन्तजार कर रही है। राजसमन्द जिले की आमेट नगर पालिका की अल्पसंख्यक जैन समुदाय की महिला अध्यक्ष को स्थानीय भाजपा अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों द्वारा परेशान करने, ऋषभदेव मंदिर प्रकरण और उससे जुडे जैन संस्कृति के लोगों पर अत्याचार प्रकरण तथा जैन समुदाय को राजस्थान में अल्पसंख्यक द्योषित नहीं करने से जैन समुदाय अन्दर ही अन्दर नाराज है और भाजपा को सबक सिखाने के लिये तैयार है। गुर्जरों को एसटी का दर्जा नहीं देने, महिला सशक्तिकरण की आड में महिलाओं पर अत्याचार, कर्मचारियों को नये वेतनमान देने में देरी, नई नियुक्तियों में भारी धांधलियां और लगभग डेढ दर्जन से अधिक घोटालों सहित ऐसे ढेर सारे मामले हैं जिन से आम अवाम सख्त नाराज है और सरकार के पास इन समस्याओं को सुलझाने में नाकाम रहने का कोई जवाब नहीं है।
भाजपानीत श्रीमती वसुन्धरा राजे सरकार धुआंधार विज्ञापनों के जरिये आम जनता में अपनी तारीफ के पुल बांधने का प्रयास कर रही है, लेकिन 23 जिलों में सरकार और भाजपा की स्थिति बदतर है और जनता सरकारी अफसरों और भाजपा के स्थानीय नेता-नागलों की करतूतों से परेशान है। भाजपा ने भी तो एक गोपनीय सर्वे करवाया है। पता चलगया होगा सर्वे रिपोर्ट से कि जनता भाजपा को विदाई देने की तैयारी कर चुकी है।
पारस जैन parasjain8323@yahoo.co.in
