समस्या के समाधान का सर्वश्रेष्ठ उपाय यही है !समस्या की श्रृखला में एक नई समस्या जोड़ दो !जनता का ध्यान पुरानी समस्या से हटा उस ओर मोड दो !जो यथार्थ का प्रतिबिंब दे उस शीशे को फोड़ दो !आचार्य महाप्रज्ञ

कुछ सारहीन बेगारों को, श्रमदान नहीं कहते ! बंजर भूमि देने को, भूदान नहीं कहते ! कुछ जोड़-तोड़ करने को, निर्माण नहीं कहते ! उठ-उठ कर गिर पड़ने को, उत्थान नहीं कहते ! दो-चार कदम चलने को, अभियान नहीं कहते ! सागर में तिरते तिनके को, जलयान नहीं कहते ! हर पढ़-लिख जाने वाले को, विद्धान नहीं कहते ! एक नजर मिल जाने को, पहचान नहीं कहते ! चिकनी-चुपडी बातों को, गुणगान नहीं कहते ! मंदिर में हर पत्थर को, भगवान नहीं कहते। --मुनि तरूणसागर
समाज तो सामायिक है,क्षणभंगुर है !रोज बदलता रहता है,आज कुछ-कल कुछ !भीड भेड है!

सदगुरू, तुम्हें भीड से मुक्त कराता है !सदगुरू, तुम्हें समाज से पार लेजाता है !सदगुरु तुम्हें शाश्वत के साथ जोड़ता है !
--रजनीश

27/8/2008

मतदाता सूचियों का हो रहा है दुरूपयोग !

निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूचियों में दोहरे दर्ज नामों को हटाने के लिये राज्य निर्वाचन आयोगों को निर्देश दिये हैं। राजस्थान को ही लें, तो साटवेयर के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार राज्य की सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में 25 लाख लोगों के नाम 65 लाख जगह दर्ज होने की आशंका है। असलियत का तो विस्तृत जांच से ही खुलासा हो सकेगा।
लेकिन मतदाता सूचियों में इच्छित क्षेत्र में अपना दोहरा अथवा गलत तरीके से नाम जुडवा कर दूसरों की सम्पत्ति पर कब्जा करना, सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर अपने नाम अलाट करवाने सहित अन्य विभिन्न गैर कानूनी कार्य हो रहे हैं। इन्हें रोकने के लिये मतदाता सूचियों की विशेष सतर्कतापूर्ण जांच आवश्यक है। जांच में दोहरे दर्ज नामों की जांच में यह बिन्दू भी शामिल होना चाहिये कि मतदाता वास्तव में रहता कहां है तथा नाम उस क्षेत्र की मतदाता सूची में ही आये जहां वह वास्तव में निवास करता है और अन्य स्थान से उसका नाम काटा जाये। ताकि मतदाता सूचियों का ऐसे कामों में दुरूपयोग रूके।

हीराचंद जैन outmail9414279658@yahoo.co.in