सेंसेक्स का पैंदा नजर आता देख शेयर मार्केट से छंटेगी भीड़ !
पहिले हम आजायें शेयर मार्केट के हालात पर ! सारी परिस्थितियां अनुकूल हैं। क्रुड आयल 129-131 डालर पर टिका है। डालर कमजोर है। एफआईआई खरीदी में दिलचस्पी दिखा रही है। मुद्रास्फीति लगभग स्थिर है। दुनिया के कमोडिटी बाजार में स्थिरता है। ऐसी स्थिति में बाजार में तेजी आनी चाहिये ? अब अगली बात ! अगर मनमोहन सिंह सरकार गिर गई तो हालात बदल सकते हैं। एफआईआई शार्ट कवरिंग जरूर करेगें और इससे मार्केट तेज होगा, लेकिन इसके बाद बेचने वालों की लाइन लग जायेगी। बिकवाली के चलते बाजार कहां जायेगा, कुछ कहा नहीं जा सकता है। सरकार गिरने के बाद अगस्त से स्टील के भाव बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है। खरीददारी न होने के बावजूद उपभोक्ता वस्तुओं की जमाखोरी और सटटेबाजी के कारण कमोडिटीज के भाव बढेगें। नतीजन मुद्रास्फीति की दर बढ़ने की आशंका, देश में आन्तरिक राजनैतिक उठापटक, चुनावों तक सत्ता प्राप्ति के लिये राजनैतिक पार्टियों में खींचातानी, सांसदों के लेनदेन-मोलभाव के चलते राजनैतिक अस्थिरता से मार्केट का पैंदा 10,500 के पास नजर आ रहा है।
हां, अगर मनमोहन सिंह सरकार ने विश्वासमत हांसिल कर लिया तो मार्केट बूम पर होगा और 18 हजार पार करता नजर आयेगा। देखिये आगे-आगे होता है क्या ?
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